कोई बस में चढ़ पाए, या न चढ़ पाए, अपनी मंज़िल पर पहुंचे या न पहुंचे, हमें क्या ? कोई बस में चढ़ पाए, या न चढ़ पाए, अपनी मंज़िल पर पहुंचे या न पहुंचे, हमें क्या ?
इससे इनके साथियों गांव और आसपास के क्षेत्र में खुशी का माहौल है। इससे इनके साथियों गांव और आसपास के क्षेत्र में खुशी का माहौल है।
मनोज को एक खाली क्लास रूम में ले जाते और उसे वहाँ परीक्षा देना पड़ता। मनोज को एक खाली क्लास रूम में ले जाते और उसे वहाँ परीक्षा देना पड़ता।
कोई जब भी प्रेम बाबू से गाँव छोड़कर शहर जाने की बात करता तो उन्हें एक अजीब किस्म के दर्... कोई जब भी प्रेम बाबू से गाँव छोड़कर शहर जाने की बात करता तो उन्हें ...
हिंदी साहित्य में अंग्रेजी के प्रयोग के विरोध में एक रचना प्रस्तुत है । हिंदी साहित्य में अंग्रेजी के प्रयोग के विरोध में एक रचना प्रस्तुत है ।